संसार में हर तरह के लोग है कुछ लोग किस्मत को मानते है कुछ लोग कर्म को -वास्तविकता भी यही है कि बिना कर्म किये कुछ नहीं मिलता है मगर कुछ लोग है जो कर्म तो करते है लेकिन उस किये गए कर्म का प्रतिभाग उनको अल्प ही मिलता है एक रिक्सा खीचने वाला,सब्जी बेचने वाला पूरे तन मन से मेहनत तो कर रहा है लेकिन फल अल्प ही है बस जीवन-यापन तक सीमित है इसके विपरीत कुछ लोग सुबह से शाम तक सिर्फ बैठे ही है मगर लक्ष्मी की कृपा प्राप्त है धन-का आवागमन रुकता नहीं है-
बस यहाँ यही अंतर है कर्म के साथ किस्मत जुडी है इसलिए जो लोग अपनी नाकामयाबियों के लिए किस्मत को दोष देते हैं कुछ भी हो इन्हें सिर्फ अपनी किस्मत पर ही रोना आता है अगर आप भी यही समझते हैं कि आपकी किस्मत आपका साथ नहीं दे रही है तो आज हम आपको रोटी का एक ऐसा छोटा और अचूक उपाय बता रहे हैं, जिसे रोज करने से आपकी किस्मत आपका साथ देने लगेगी-
सुबह जब घर में भोजन बने तो सबसे पहले वाली रोटी अलग निकाल लें आप इस बात का ध्यान रखें कि ये रोटी अन्य रोटियों से थोड़ी बड़ी हो ताकि आसानी से इसके चार टुकड़े किए जा सकें-
अब इस रोटी के बराबरी से चार टुकड़े कर लें और इन चारों पर कुछ मीठा जैसे- खीर, गुड़ या शक्कर रख दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बाहर का कोई व्यक्ति आपको यह टोटका करते हुए न देख पाए-
रोटी के चार टुकड़ों में से सबसे पहला वाला गाय को खिला दें और भगवान से प्रार्थना करें कि आपकी समस्याओं का निदान जल्दी से जल्दी हो जाए और आपकी मनोकामना पूरी हो- धर्म ग्रंथों के अनुसार गाय में ही सभी देवताओं का निवास होता है इसलिए सबसे पहले रोटी गाय को ही दी जाती है-
अब दूसरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें- शिवमहापुराण के अनुसार कुत्ते को रोटी खिलाते समय बोलना चाहिए कि- यमराज के मार्ग का अनुसरण करने वाले जो श्याम और शबल नाम के दो कुत्ते हैं, मैं उनके लिए यह अन्न का भाग देता हूं- वे इस बलि (भोजन) को ग्रहण करें- इसे कुक्करबलि कहते हैं-
अब रोटी के तीसरे भाग को कौओं को खिला दें और बोलें- पश्चिम, वायव्य, दक्षिण और नैऋत्य दिशा में रहने वाले जो पुण्यकर्मा कौए हैं, वे मेरी इस दी हुई बलि को ग्रहण करें- धर्म ग्रंथों में इसे काकबलि कहते हैं-
अब रोटी का अंतिम टुकड़ा जो बचा है उसे घर पर आए किसी भिक्षु को दे दें- इस प्रकार ये छोटा सा उपाय रोज करने से आपकी किस्मत कुछ ही दिनों में बदल जाएगी- यदि दुकड़े के साथ आप पूरी एक रोटी और मिला कर भी दे देगे तो उसकी अंतरात्मा से दुआ ही निकलेगी-
जीवन-शैली-
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from जीवन-शैली http://www.jeevanshaeli.com/2016/04/a-sure-way-of-flour-bread_24.html
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