हर पति को एक बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि उनके द्वारा दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित करना बहुत बड़ा पाप होता है इसलिए पत्नी को दहेज के लिए परेशान नहीं करना चाहिए-भारतवर्ष में आज भी दहेज नाम का सांप कुंडली मारकर बैठा है दहेज के नाम पर आज भी कितनी स्त्रियां बलि चढ़ा दी जाती है बहुत से लोग जान-बूझकर अमीर घर की लड़की से शादी करते हैं फिर वह कई तरह की डिमांड लड़की के घर वालों के सामने रख देते हैं कुछ लोग तो प्यार के नाम पर अमीर लडकियों को अपने जाल में इसलिए भी फंसाते है कि बाद में शादी के बाद लड़की के घर वालो से डिमांड रख दे और अपनी बेटी की ख़ुशी के लिए लड़की का बाप लड़के की इक्षाओ की पूर्ति करता रहे -
कई बार लड़की के मां-बाप शादी के बाद अपनी बेटी को काफी कुछ देकर विदा करते हैं और कुछ बाद में देने का वादा कर लेते हैं और अगर लड़की के घर वाले उनकी डिमांड्स को पूरा भी कर देते हैं तो लड़के के घर वाले और भी चीज तथा पैसों की डिमांड करने लगते हैं लालच का रावण मन के बाहर आने लगता है और फिर लड़की को प्रताड़ित किया जाता है यही से लड़की की नारकीय स्थिति शुरू हो जाती है-
कभी-कभी इसके परिणाम बहुत ही ज्यादा गंभीर भी निकलते हैं या तो लड़की आत्महत्या करती है या तलाक जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है अगर लड़की सब कुछ सह कर भी घर में बनी रहती है तो कभी-कभी ससुराल वाले उसे जला कर या आत्महत्या पर मजबूर कर देते है दोनों ही कंडीशन में परेशानी -कोर्ट,कचहरी,मुकदमा में अनायास ही धन की हानि होती है कभी-कभी जितने दहेज़ की लालच के लिए ये कृत्य किया जाता है उससे भी जादा धन -वकील,थाना में खर्च हो जाता है -
जरा सा बुधि-विवेक से सोचे एक बाप अपनी बेटी को 18-25 साल तक पालता पोषता है पढाता लिखाता है उसकी माँ आपके घर को सँभालने हेतु गृह-कार्य में दक्ष करती है और आपका लालच रूपी राक्षस उसे जलने या आत्महत्या पर विवश कर देता है ये कहाँ का न्याय है?
आपके माँ बाप ने भी आपके लिए किस-किस जतन से आपको इस काबिल बनाया है अगर भगवान् न करे कि आपके साथ कोई दुर्घटना हो जाए और आप भरपूर जवानी में चल बसे तो आपके पालनहार का रो-रोकर बुरा हाल हो जाता है ठीक उसी तरह आपको लाई गई पत्नी के प्रति भी ये ख्याल रखना होगा तभी हमारे देश की कन्याओं का उत्थान होगा-
पत्नी को कम दहेज लाने पर या बिल्कुल न लाने पर किसी प्रकार के ताने नहीं देने चाहिए और इसके साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि घर का कोई और सदस्य भी उसे किसी प्रकार से प्रताडि़त न कर पाए- ससुराल वालों को बहू को ही सबसे बड़ा दहेज मानना चाहिए क्योंकि एक मां-बाप के लिए उसकी बेटी से बढ़कर दूसरा और कोई धन नहीं होता है-
"आप दहेज की लालसा छोड़े क्युकि आपकी होने वाली बेटी भी प्रताड़ित हो सकती है"
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जीवन-शैली-
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