How to Purify Water-जल को कैसे शुद्ध करे-
कई लोगों के सवाल थे कि अगर हम RO का पानी नहीं पिए तो क्या करे-मेरा भी एक सवाल है अगर कोई जवाब दे से सके- तो अवश्य ही पोस्ट में नीचे जाकर कमेन्ट करे - "आज से पहले जब RO नहीं हुआ करता था तब क्या लोग आज से पहले स्वस्थ नहीं थे "
हमने अपनी पिछली पोस्ट में आपको बताया था -जिसका लिंक ये है आज हम उसका जवाब इस पोस्ट में देने की कोशिश करते है जिन लोगो का सवाल था-
वास्तविकता ये है कि तर्क का कोई अंत नहीं होता है एक लाइन में कमेन्ट करके निकल जाना ये सिद्ध नहीं करता है कि आप का उत्तर तर्क संगत है अगर आप कही कमेन्ट करते है तो फिर तर्क करना जरुरी है तर्क बुरा नहीं ज्ञान बढाता है या तो आपको ज्ञान मिलेगा या फिर मुझे ज्ञान मिल जाएगा किसी एक को तो ज्ञान और भान दोनों होगा-
जल हमारे जीवन की महत्वपूर्ण आवश्यकता है भोजन के बिना आप अधिक से अधिक एक माह रह सकते है वो भी आपकी प्रतिरोधक शक्ति के उपर निर्भर करती है-लेकिन जल के बिना आप जादा से जादा 7 से 10 दिन ही रह सकते है इससे ये बात साफ़ है कि 'जल जीवन का आधार है' -जब ये जीवन का आधार है ये जल -तो फिर उस जल को पीने से क्या फायदा जिसमे कुछ भी शारीरिक लाभ के लिए बचा ही नहीं है -
आज जिस फिल्टर का प्रचार किया जाता है वो सिर्फ आप को भ्रमित करने मात्र है जादा तर फिल्टर बैक्टीरिया और दूषित प्रदार्थ के साथ -साथ शरीर को आवश्यक मिनिरल को भी समाप्त करते है -फ़िल्टर में ऐसा कोई पैमाना या यन्त्र नहीं लगाया जाता है कि वो मिनिरल जो आपके शरीर के लिए आवश्यक है उसे छोड़ देगा-
अब शुरू होता है यहाँ से आपका एक सवाल " फिर हम क्या करे या शुद्ध पानी कैसे पिए"
हमारा भी एक सवाल ये है आपसे कि- एक दिन में कितना पानी पीते है -जाहिर है कि आप दो -तीन लीटर ही पी सकते है वो भी सुबह से रात तक - तो क्या हम अपने शरीर की आवश्यकता के लिए देशी तरीके से दो-तीन लीटर पानी भी नहीं शुद्ध कर सकते है वैसे भी आप मिलावटी वस्तुओं का सेवन कर रहे है कोई भी इससे अछूता नहीं है-तो क्या जल जो हमारे जीवन की कार्य क्षमता के लिए आवश्यक है उसे भी शुद्ध और मिनिरल युक्त नहीं पियेगे-
जो लोग नहीं पीना चाहते है उनसे मेरा कोई तर्क नहीं है क्युकि ये शरीर आपका है कुछ भी खाए या पिए -इसमें हमारा कुछ नहीं जाता है - वैसे मुझे भी पता है फ़ोकट की सलाह किसी मतलब की नहीं होती है -जहाँ कंसल्टेंसी की फीस लगती है वो सलाह आपके काम की होती है फिर चाहे आराम हो या न हो-
आज आपको एक छोटा सा उदाहरण देता हूँ- एक बड़े बिजनेसमेन एक बार मेरे पास आये और बोले हम अपनी एक फैक्ट्री हिमाचल प्रदेश बददी में लगा रहे है आप उसका वास्तु देख ले मैने उनको कहा -सेठ जी मान लो पूरी तरह से वास्तु-शास्त्र की पद्धति से आपने फैक्ट्री लगा ली और फिर भी न चली तो आप किसको दोष देगे?
मगर पैसा जिसपे होता है उसकी प्रकृति भी थोड़ी बहुत जिद्दी हो जाती है वो तीस हजार रूपये खर्च करके अपनी दोनों फैक्ट्री का वास्तु-दोष किसी और वास्तुकार से कराया - उदघाटन हुआ और एक साल में ही फैक्ट्री बंद करनी पड़ी-आप साधारण तरीके से ही भगवान् का पूजन कराये और काम करे बस नित्य ईश्वर की आराधना ही आपके बिगड़े काम बनाती है -इन्शान तो बस अपना उल्लू सीधा करता है -
अब मुद्दे की बात पे आता हूँ कि फिर शुद्ध जल के लिए क्या करे-क्या आपको पता है कि तुलसी में खाद्य वस्तुओं को विकृत होने का एक विशेष गुण होता है -जब सूर्य ग्रहण होता है तो आपके बुजुर्ग खाने को विकृत होने से बचाने के लिए खाने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते रखवा दिया करते थे -तुलसी मृत व्यक्ति के पास भी क्यों रक्खी जाती है -तुलसी का घर में पौधा लगाने से क्या वैज्ञानिक कारण है -जहाँ तुलसी का पौधा होता है आस-पास पांच सौ फुट की जगह की वायु इससे प्रभावित होती है -अब नए पक्छिमी सभ्यता के संस्कारी लोग इस बात को नहीं मानेगे -लेकिन वैज्ञानिक लोग मानते है -आज काफी मात्रा में दवाइयाँ भी तुलसी से निर्माण हो रही है-जहाँ जिस घर में तुलसी का पौधा है मलेरियां,प्लेग,क्षय के कीटाणु तो अपने आप नष्ट हो जाते है -
पूजन में भी भगवान् विष्णु को तुलसी डाल प्रिय है चरनामृत में भी बिना तुलसी प्रसाद बनाने का कोई विधान नहीं है अर्थात तुलसी आपके स्वास्थ-प्रद जीवन के साथ आपके पीने वाले जल को भी शुद्ध करने की छमता रखती है-
कैसे स्वच्छ करे जल को -
चार लीटर जल में आप 25-30 पत्तियां ताज़ी जल में डाल दे थोड़ी ही देर में आपका जल शुद्ध हो जाता है और आप उसे छान कर पी सकते है ये आप स्वच्छ जल में भी कर सकते है आपका जल एक अनोखी शक्ति से भर जाता है ये जल साधारण ही नहीं आपको कैंसर जैसी भयानक बिमारी से भी सुरक्षित रखता है-
यदि आप कही है और आपको तुलसी उपलब्ध नहीं है तो आप पानी को उबाल कर पीये- उबले पानी में कीटाणु नष्ट हो जाते है मिनिरल नहीं-लेकिन जल को लगभग 20 मिनट अवश्य ही उबाले-
एक और विशेष बात आपको बताता हूँ ताजे जल की अपेक्षा बासी और ढका हुआ जल आपके लिए कैसे जादा सुरक्षित है -बासी जल में कीटाणु तले में बैठ जाते है और आप इसमें फिटकरी चूर्ण या सहजन के बीज का चूर्ण मिला दे फिर आप इसे दूसरे दिन छान कर पिए वास्तव में ये कीटाणु रहित जल होगा और बिना मिनिरल गवाएं हुए-
अगर आपको बिलकुल ही गन्दा पानी मिल रहा है तो देशी विधि कारगर है -एक कच्चे मटके में लकड़ी के कोयले का मोटा-चूर्ण डाल दे दूसरे मटके में थोड़ी सी रेत डाल दे और उसके तली में बारीक छेद कर के एक कपडे की बत्ती लगा दे कोयले वाले मटके को उपर रख कर उसमे पानी डाल दे -जल उपर से होकर नीचे रेत की मटकी में आएगा और रेत की मटकी से आपके बर्तन में -इससे न ही मिनिरल नष्ट होगा और आपको शुद्ध पानी भी पीने को मिल जाएगा -
ब्लीचिंक पाउडर (जिसमें क्लोरीन होता है) पानी को कीटाणुरहित करने के लिए काफी उपयोगी होता है-इससे सभी तरह के बैक्टीरिया मर जाते हैं- घर में भी इसका इस्तेमाल पूरी तरह से सुरक्षित है-घर में इस्तेमाल के लिए यह गोलियों या द्रव के रूप में मिलता है- ये गोलियॉं या घोल पानी में डाले जाते हैं-एक गोली 20 लीटर पानी के लिए पर्याप्त है- इसके 30 मिनट बाद पानी इस्तेमाल किया जा सकता है- इससे लोगों के समय और पैसे दोनों की बचत हो सकती है-
ये शरीर आपका है और आप इसे कैसे रखना है आप पे निर्भर है मेरा किसी से कोई तर्क नहीं है -
आप जल शुद्ध है या नहीं इसकी जाँच के लिए क्या करे हम आपको अगली पोस्ट में बताने का प्रयास करेगे-
जीवन-शैली-
from जीवन-शैली http://www.jeevanshaeli.com/2016/05/how-to-purify-water.html
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